- Advertisement -
अगर तमन्ना थी आज़माने की तो कह कर आज़माना था,
हम तो बेहोश हो गए, क्या ज़रुरत थी मुस्कुराने की
Agar tamanna thi aazmane ki to keh kar aazmana tha,
Hum to behosh ho gaye, kya zaroorat thi muskurane ki.
अगर तमन्ना थी आज़माने की तो कह कर आज़माना था,
हम तो बेहोश हो गए, क्या ज़रुरत थी मुस्कुराने की
Agar tamanna thi aazmane ki to keh kar aazmana tha,
Hum to behosh ho gaye, kya zaroorat thi muskurane ki.